निरीक्षण

आपातकालीन सेवाएं सुचारु रुप से जारी रहें इस उद्देश्य से एसडीओपी/सीएसपी ने किया डायल 112 वाहनों का आकस्मिक निरीक्षण

वाहनों का निरीक्षण...

 आपातकालीन सेवाएं सुचारु रुप से जारी रहें इस उद्देश्य से एसडीओपी/सीएसपी ने किया डायल 112 वाहनों का आकस्मिक निरीक्षण,

सीहोर, 11 सितंबर 2025
एमपी मीडिया पॉइंट

एसपी सीहोर दीपक कुमार शुक्ला के निर्देश पर जिले के समस्त एसडीओपी एवं सीएसपी द्वारा अपने-अपने अनुभाग क्षेत्र में डायल 112 वाहनों का भौतिक निरीक्षण किया गया।

इन वाहनों में मानव संसाधन पुलिस कर्मचारी की डियूटी व चालक की उपस्थिति तथा सभी तकनीकी उपकरण जैसे एमडीटी, रिकॉर्डिंग डिवाइस, सीयूजी सिम, जीपीएस, बॉडी कैमरा, वायरलेस, पीए सिस्टम आदि का मौके पर भौतिक निरीक्षण कर चेक किया गया जहां सुधार योग्य बिन्दु पाये गये वहॉ संबंधित शाखा को सुधार के लिए निर्देशित किया गया ।

निरीक्षण के दौरान यह चेक किया गया कि इन पर यूजर्स के सही तरीके से कॉल आ रहे, व सभी वाहन सही तरीके से इवेंट पर रवाना होकर निर्धारित समयावधि में घटना स्थल/मौके पर पहुंचकर अपना कार्य संपादित कर रहे है।

एसपी ने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि भविष्य में भी इनका लगातार आकस्मिक निरीक्षण करते हुए इनका प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित हो, और जनता के लिये आवश्यक आकिस्मक सेवायें तत्काल रूप उपलब्ध हो इस हेतु समस्त आवश्यक प्रयास करने के लिये निर्देशित किया गया।

राजेश शर्मा

राजेश शर्मा मप्र से प्रकाशित होने वाले राष्ट्रीय स्तर के हिंदी दैनिक अख़बारों- दैनिक भास्कर नवभारत, नईदुनिया,दैनिक जागरण,पत्रिका,मुंबई से प्रकाशित धर्मयुग, दिनमान के पत्रकार रहे, करीब पांच शीर्ष इलेक्ट्रॉनिक चैनलों में भी बतौर रिपोर्टर के हाथ आजमाए। वर्तमान मे 'एमपी मीडिया पॉइंट' वेब मीडिया एवं यूट्यूब चैनल के प्रधान संपादक पद पर कार्यरत हैं। आप इतिहासकार भी है। श्री शर्मा द्वारा लिखित "पूर्वकालिक इछावर की परिक्रमा" इतिहास एवं शोध पर आधारित है। जो सीहोर जिले के संदर्भ में प्रकाशित पहली एवं बेहद लोकप्रिय एकमात्र पुस्तक में शुमार हैं। बीएससी(गणित) एवं एमए(राजनीति शास्त्र) मे स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त करने के पश्चात आध्यात्म की ओर रुख किए हुए है। उनके त्वरित टिप्पणियों,समसामयिक लेखों,व्यंगों एवं सम्पादकीय को काफी सराहा जाता है। सामाजिक विसंगतियों, राजनीति में धर्म का प्रवेश,वंशवाद की राजसी राजनिति जैसे स्तम्भों को पाठक काफी दिलचस्पी से पढतें है। जबकि राजेश शर्मा खुद अपने परिचय में लिखते हैं कि "मै एक सतत् विद्यार्थी हूं" और अभी तो हम चलना सीख रहे है..... शैलेश तिवारी
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