सीहोर

इछावर(मध्यप्रदेश) : सशक्त बनी इछावर की संगीता, अब हैं फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी की डारेक्टर

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अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर विशेष

महिला सशक्तिकरण की मिसाल बनीं बिछौली गांव की संगीता मालवीय,

6 हजार ऋण लेकर शुरू की औषधीय पौधों की खेती, आज फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी की डारेक्टर हैं,

कंपनी का टर्नओवर 5 करोड़ 80 लाख रूपए से अधिक है

इछावर/सीहोर,07 मार्च,2025
एमपी मीडिया पॉइंट

  • बीते कुछ वर्षों में चूल्हा-चौका तक सीमित रहने वाली ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाएं अब घर की चार दीवारी से बाहर निकल कर न केवल परिवार की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ करने में योगदान रे रही हैं, बल्कि आत्म निर्भर और स्वावलम्बी बन रहीं हैं। अब वे घर-परिवार और अपने फैसले खुद ले रहीं हैं। समाज में अपनी एक अलग पहचान भी बना रही हैं। जिले की महिलाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने में स्व-सहायता समूह महत्वपूर्ण रोल अदा कर रहे हैं।

सीहोर जिले के इछावर तहसील अंतर्गत बिछौली गांव की संगीता मालवीय एक ऐसी सफल महिला है, जिसने स्व-सहायता समूह से जुड़कर आपने काम की शुरूआत की और आज वह एक फार्मर प्रोड्यूशर कंपनी की डारेक्टर है। इस फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी का का टर्नओवर 05 करोड़ 83 लाख रूपए है और उनके समूह ने बीते 10 महिनों 12 लाख रूपए की आय आर्जित की है।

श्रीमती संगीता मालवीय ने न केवल अपनी एक अलग पहचान बनाई है, बल्कि अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणा स्त्रोत बन गई है। मां गौरी आजीविका स्वसहायता समूह की श्रीमती संगीता मालवीय बताती हैं कि मैने 25 रूपये की बचत के साथ समूह से जुड़कर ऋण लेकर काम शुरू किया था। मेरी सक्रियता को देखते हुए मुझे ग्राम संगठन में चुना गया। मैने समूह से 06 हजार रूपये का ऋण लेकर औषधीय खेती प्रारंभ की। इससे मेरे परिवार की आर्थिक स्थिति बेहतर होने लगी। अब मेरी आमदनी 01 लाख 20 हजार सालाना हो गई है। इसके साथ ही मैं यहां की फॉर्मल प्रोड्यूसर कंपनी की डायरेक्टर भी बन गई हूं । स्व सहायता समूह के माध्यम से मेरी अपनी एक पहचान बन गई है। श्रीमती संगीता मालवीय अपनी इस सफलता के बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलकर उन्हें बता चुकी हैं।

संगीता बतातीं हैं कि उनके समूह द्वारा बनाई गई फॉर्मल प्रोड्यूसर कंपनी में 2000 से अधिक किसान जुड़े है। कंपनी द्वारा बीज और गेहूं सोयाबीन, मक्का, खरीदी का काम किया जाता है। कंपनी का अभी तक का टर्नओवर 5 करोड़ 83 लाख तक पहुंच गया है। इसके साथ ही स्वसहायता समूह की इस साल अभी तक 12 लाख से भी अधिक आय हुई है। श्रीमती संगीता ने बताया कि हमारे समूह से दो हजार से अधिक महिलाएं जुड़ी हैं। इनमें से 1200 दीदीयां लखपति बन चुकी हैं।

श्रीमती संगीता बताती हैं कि मैंने सरकार की ड्रोन दीदी योजना अंतर्गत प्रशिक्षण भी प्राप्त किया है और अब ड्रोन उड़ाने का कार्य भी कर रही हूं। उन्होंने बताया कि उनके स्व-सहायता समूह की महिलाएं फसलों के उपार्जन का काम कर रही हैं। उन्होंने बताया कि विगत 07 वर्षों के सफर में स्वयं की आर्थिक स्थिती मजबूत बनाने के साथ ही सैकड़ों महिलाओं के जीवन में परिवर्तन लाने का प्रयत्न किया और उन्हें विभिन्न गतिविधियों से जोड़ते हुए आज लखपति दीदी की श्रेणी में ला कर खड़ा किया है। सीहोर जिले के इछावर तहसील की श्रीमती संगीता मालवीय महिला सशक्तिकरण की एक मिसाल हैं।

राजेश शर्मा

राजेश शर्मा मप्र से प्रकाशित होने वाले राष्ट्रीय स्तर के हिंदी दैनिक अख़बारों- दैनिक भास्कर नवभारत, नईदुनिया,दैनिक जागरण,पत्रिका,मुंबई से प्रकाशित धर्मयुग, दिनमान के पत्रकार रहे, करीब पांच शीर्ष इलेक्ट्रॉनिक चैनलों में भी बतौर रिपोर्टर के हाथ आजमाए। वर्तमान मे 'एमपी मीडिया पॉइंट' वेब मीडिया एवं यूट्यूब चैनल के प्रधान संपादक पद पर कार्यरत हैं। आप इतिहासकार भी है। श्री शर्मा द्वारा लिखित "पूर्वकालिक इछावर की परिक्रमा" इतिहास एवं शोध पर आधारित है। जो सीहोर जिले के संदर्भ में प्रकाशित पहली एवं बेहद लोकप्रिय एकमात्र पुस्तक में शुमार हैं। बीएससी(गणित) एवं एमए(राजनीति शास्त्र) मे स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त करने के पश्चात आध्यात्म की ओर रुख किए हुए है। उनके त्वरित टिप्पणियों,समसामयिक लेखों,व्यंगों एवं सम्पादकीय को काफी सराहा जाता है। सामाजिक विसंगतियों, राजनीति में धर्म का प्रवेश,वंशवाद की राजसी राजनिति जैसे स्तम्भों को पाठक काफी दिलचस्पी से पढतें है। जबकि राजेश शर्मा खुद अपने परिचय में लिखते हैं कि "मै एक सतत् विद्यार्थी हूं" और अभी तो हम चलना सीख रहे है..... शैलेश तिवारी

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